कृषि कानूनों के बारे में कंगना के बयान पर राहुल गांधी ने कहा – 700 से ज़्यादा किसानों की शहादत के बाद भी मन नहीं भरा
भाजपा सांसद कंगना रनौत के कृषि कानूनों से जुड़े बयान पर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने प्रतिक्रिया दी है. राहुल गांधी ने एक्स (twiter )पर वीडियो संदेश जारी करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस बारे में जवाब मांगा है.
हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने बयान दिया था कि मोदी सरकार को तीनों कृषि कानूनों को फिर से लागू करना चाहिए। बीजेपी ने उनके इस बयान से दूरी बनाते हुए कहा कि यह कंगना रनौत की व्यक्तिगत राय है और पार्टी का उनके उस सुझाव से कोई संबंध नहीं है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कंगना रनौत के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “बीजेपी के एक सांसद ने काले कृषि कानूनों को फिर से लागू करने की बात कह रही है। मोदी जी, आपको स्पष्ट करना चाहिए कि आप इस पर क्या रुख रखते हैं ? क्या आप कि पार्टी फिर से विवादित कानूनों को वापस लाने की योजना बना रहे हैं या नहीं? अगर ऐसा हुआ , तो मैं आपको यकीन दिलाता हूं कि पूरा ‘INDIA‘ गठबंधन इसके विरोध में मजबूती से खड़ा होगा।”
उन्होंने ये भी कहा “किसान आंदोलन के दौरान 700 लोगों ने अपनी जान गंवाई है, और हमें हमेशा उनकी याद रखनी चाहिए । मोदी जी ने उनके सम्मान में दो मिनट का मौन तक नहीं रखने दिया था। यह एक ऐसी बात है जिसे हम कभी नहीं भूलेंगे।”
राहुल गांधी ने सवाल उठाते हुए कहा, “सरकार की नीतियां आखिर कौन तय कर रहा है ? एक बीजेपी सांसद या खुद प्रधानमंत्री मोदी ? 700 से अधिक किसानों, खासकर हरियाणा और पंजाब के किसानों की शहादत के बावजूद, बीजेपी का मन अभी भी नहीं भरा है ।”
“इंडिया गठबंधन भाजपा के किसी भी षड्यंत्र को, जो अन्नदाताओं के खिलाफ हो, उसे काभी भी सफल नहीं होने देगा। यदि किसानों के हितों के खिलाफ कोई भी कदम उठाया गया, तो मोदी जी को एक बार फिर माफी मांगनी पड़ सकती है ।”
कंगना ने अपने बयान पर जताया खेद
कंगना रनौत ने पहले बयान दिया था कि मोदी सरकार को कृषि कानूनों को दोबारा लागू करना चाहिए। उन्होंने कहा था कि किसानों को खुद इन कानूनों की मांग करनी चाहिए, ताकि उनकी प्रगति और समृद्धि में कोई बाधा न पहुंचे ।
इसके बाद बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कंगना रनौत की टिप्पणी कि यह उनका निजी था।
इस मुद्दे पर विवाद बढ़ने के बाद कंगना रनौत ने वीडीयो के जरिए संदेश जारी कर माफी मांगी और कहा कि , “प्रधानमंत्री मोदी ने बहुत संवेदनशीलता से कृषि कानून वापस ले लिये थे और हम सब कार्यकर्ताओं का ये कर्तव्य बनता है कि हम उनके शब्दों की गरिमा रखें। “
“मुझे अब यह बात भी ध्यान रखनी होगी कि अब मैं सिर्फ एक कलाकार नहीं बल्कि बीजेपी की कार्यकर्ता भी हूं। अब मेरे विचार निजी नहीं होने चाहिए न कि वो पार्टी का स्टैंड होना चाहिए। अगर मैंने अपने शब्दों और विचारों से किसी को निराश किया है, तो मुझे खेद है और मैं अपने शब्द को वापस लेती हूं. ”